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What Happened In Manipur

What Happened In Manipur? | What happened in Manipur in Hindi

दो महीने से ऊपर हो गए हैं। इस बात को 2 Months से ज्यादा हो गया हैं । 150 से ज्यादा लोगों की मत हो चुकी है। पर एसा क्यु हो रहा हैं है वो इतनी ज्यादा डीप है कि आपको 1 percent भी समझ नहीं आ रहा होगा । इसीलिए इस article में मैं आपको इसकी पूरी कहानी बताऊँगा।

What Happened In Manipur

India के nap में अगर आप north eastern पार्ट में देखें तो यहां पर आपको 7 State दिखाई देते हैं, जिनको हम 7 sisters कहते है और इनमें से ही एक है Manipur । मणिपुर तीन तरफ से तो भारतीय State Nagaland, Assam और Mizoram से घिरा है। वहीं चौथी तरफ म्यांमार पड़ता है, जिसके साथ Manipur 30 Kilomitars लंबा International बॉर्डर शेयर करता है।

मणिपुर ज्योग्राफिकल चारों तरफ से पहाड़ियों से घिरा है। बॉक्सिंग और वेट लिफ्टिंग में मणिपुर से बहुत ओलंपिक मेडल आ जाते हैं।

What is the basic history of Manipur?

मणिपुर पहले एक अलग kingdom था और म्यांमार के साथ ये बॉर्डर शेयर करता है। तब म्यांमार का नाम बर्मा हुआ करता था। मणिपुर और बर्मा दोनों किंगडम थे और इनके बीच में भी war होती थी। लेकिन में 1820s मैं बर्मा ने मणिपुर पर काफी बड़ा Attack कराया जिसके बाद सात साल तक लड़ाई चली।

इसके बाद ब्रिटिशर्स ने मणिपुर के किंग को सपोर्ट किया और बर्मा को हराया। लेकिन फिर ब्रिटिशर्स ने मणिपुर पर अपना ही कंट्रोल जमाना शुरू कर दिया। इसके अगेंस्ट में मणिपुर war भी हुआ।

ब्रिटिशर्स ने ये अवॉर्ड जीत लिए। बाद में second world War के टाइम मणिपुर के जो किंग थे वो ब्रिटिशर्स के सपोर्टर थे और सुभाष चंद्र बोस की आजाद हिंद फौज जापान के साथ थी। जापान की आर्मी ने बर्मा के रास्ते मणिपुर में एंट्री कर ली और मणिपुर का ही moirang वो जगह बनी जहां पूरे भारत में पहली बार तिरंगा लहराया गया।

लेकिन फिर imphal पहुंचने से पहले ही ब्रिटिशर्स ने इन्हें रोक दिया। 1947 ने भारत आजाद हुआ 1949 में यहां के राजा ने instrument of accession पर sign करा 1962 में एक यूनियन टेरिटरी बना और 1972 में मणिपुर को State बनाया गया ।

अब ये तो हुई बात की मणिपुर के साथ बाकी लोगों की क्या war चल रही थी लेकिन जब ये सब कुछ चल रहा था तब मणिपुर के अंदर भी एक लड़ाई चल रही थी। ये लड़ाई बिल्कुल पुरानी हैं कभी कभी ये बाहर आता है जेसे पिछले दो महीनों में पूरा देश देख रहा है।

What is happening in Manipur 2023?

Manipur के चारों तरफ पहाड़ियां है और बीच में valley है। इसी valleys और mountains के बीच में रहने वाली लोगों के बीच में classes हो रहे हैं। मणिपुर दो regions में divide है। 90 percent जो मणिपुर का एरिया है वो hilly region है।

What Happened In Manipur
What Happened In Manipur

यहां पर naha और kuki tribes रहते हैं जो कि christian लोग हैं। बाकी जो 10 परसेंट एरिया बचता है उसमें meitei tribes के लोग रहते हैं जो कि हिंदू है। इसमें कुछ बुद्धिस्ट और मुस्लिम्स भी हैं। naga और kuki tribe लोगों को ST कैटेगरी में रिजर्वेशन मिला है और जो पूरा नाइंटी परसेंट hilly region है वहां पर सिर्फ यही लोग जमीन खरीद सकते हैं। naga और kuki की tribes Population State में 45 परसेंट है मगर इनके पास 90 परसेंट एरिया है।

वहीं meitei की टोटल Population 55 परसेंट के अराउंड है यानी कि मेजॉरिटी में। लेकिन ये सिर्फ State के 10 percent एरिया में रहते हैं और ये valley region में आता है। meitei कम्युनिटी के पास ST Status भी नहीं है इसलिए इनको OBC कैटेगरी में ही रिजर्वेशन मिलता है और ये लोग Hilles में जमीन नहीं खरीद सकते।

लेकिन meitei के पास एक पावर है वो है पॉलिटिकल पावर क्योंकि इनकी पॉपुलेशन ज्यादा है। इसलिए मणिपुर की जो State Assembly है उसमें जो 60 सीट आती है उसमें 40 सीट valley region से ही आती है और बाकी 20 सीट आती है hilly region ।

अब सारी लड़ाई बस इस बात की है कि valley region में रहने वाले meitei बोलते हैं कि हमारी Population ज्यादा है तो रिसोर्सेज पर भी हमारा अधिकार होना चाहिए। हम सिर्फ 10 परसेंट land में क्यों रहे? हमें hillys में भी जगह मिलनी चाहिए। हम भी ST Catagory में रिजर्वेशन डिजर्व करते हैं।

कूकी और नागा ट्राइब के लोग बोलते हैं कि भैया मैती जो Already educate है, वो पावर में भी है, पॉलिटिक्स पर भी उनका कंट्रोल है। इनको ST Catagory में रिजर्वेशन दे दिया तो ये हमारा जमीन ले जाएंगे। हमारे पास बस जमीन के अलावा और कुछ है ही नहीं।अगर ये भी चीज चली गई तो हम करेंगे क्या? ये हिल्स हमारी हैं और ये हमारे ही रहने चाहिए।

अब इस पूरी debate में एक चीज हैं है। मणिपुर का म्यांमार से बॉर्डर में इस म्यांमार में पॉलिटिकल हालात ज्यादातर खराब ही रहते हैं। इसलिए बहुत ज्यादा illegal immigration होता है। इस पूरी डिबेट में एक ड्रग वाला Problem भी आता

है। वैसे मणिपुर की जो सरकार है वो बोलती कि यहां पर चोरी छिपे अफीम की खेती होती है जो कि स्टेट में ban हैं । पिछले कुछ सालों में सरकार ने 15,000 एकर एरिया में अफीम की खेती Discover करी में 13,000 एकर kuki region में ही मिले।

इस चीज को रोकने के लिए स्टेट गवर्नमेंट ने मैसिव ड्राइव चला रखी है। सरकार ऐसी सारी लैंड को जब्त कर लेती है और इससे ट्राइबल्स बिल्कुल खुश नहीं है। उनका मानना है कि सरकार जानबूझकर उन्हें terget कर रही है और उनकी जमीन को सरकार control करना चाहती है।

इस साल february में सरकार ने forest के लैंड को encroachment बताकर उनका eviction process भी शुरू कर दिया। लोकल ट्राइबल्स ने Government के इस मूव को एंटी ट्राइबल activities के रूप में देखा और इस पर काफी protests हुआ।

यह मामला और भी ज्यादा तब बढ़ने लगा जब इसके कुछ ही दिनों बाद यानी कि मार्च में Thomas ground पर ट्राइबल लोगों ने Government के इस डिसीजन के खिलाफ एक रैली निकाली, जो एक violent classes में बदल गई। इसमें पाँच लोग इंजर्ड हो गए। इसके रिजल्ट में मणिपुर की स्टेट कैबिनेट ने यहां की दो kuki-based militant Organisation यानी कुकी नेशनल आर्मी और zomy revolutionary army के साथ जो उनका सस्पेंशन ऑपरेशन चल रहा था, उसको withdraw कर दिया।

इस Agreement में यह था कि कुकी ग्रुप वायलेंस नहीं करेंगे और state government उन पर कोई Action नहीं लेगी। लेकिन state government ने बोला कि kuki groups local people को लैंड इशू पर भड़का रहे हैं, इसलिए अब इस एग्रीमेंट का कोई मतलब नहीं है। state government ने और ज्यादा स्ट्रिक्टली इस बात को अंडरलाइन किया कि गवर्नमेंट अपने डिसीजन से कॉम्प्रोमाइज नहीं करेगी। यह जो कुकी ट्राइब के लोग हैं, ये अपनी लैंड को लेकर काफी ज्यादा सेंसिटिव है और जो सरकार है उसमें ज्यादा लोग मैती कम्युनिटी के हैं।

इसीलिए इस एक्शन ने कूकी vs मैती वाला जो सेंटिमेंट था उसको और हवा देनी शुरू कर दी। मणिपुर में माहौल धीरे धीरे गरम हो रहा था कि इतने में ही 11 अप्रैल को imphal के ट्राइबल कॉलोनी में तीन चर्च को illegal construction बताकर डिमॉलिशन कर दिया गया। कुकी ट्राइब के लोग christian हैं। तो इस एक्शन को भी कई सारे लोगों ने मैती vs कुकी वाला रंग देना शुरू कर दिया।

इस इंसिडेंट के 9 दिन बाद मणिपुर के high कोर्ट का एक decision आया कि meitei catagory लोगों को ST catagory देने का जो 2013 से case चल रहा था उनको ST catagory मिलनी चाहिए और Sentral Government को एक Request document भेजा जाए। इसके बाद meitei vs kuki और ज्यादा बढ़ गया।

28 अप्रैल को मणिपुर के Cm N. Biren Singh को chudachandra pur district मैं एक Jym को inauguration करने केलिए जाना था पर इसके 1 दिन पहले protesters ने उस jym मैं आग लगा दिया। अब इस arya मैं 144 लगा दिया गया और यहां का Internet off कर दिया गया। chudachandra pur के अलावा और 5 district का भी इन्टरनेट off कर दिया गया।

3 may को एक tribal Organisation ने एक tribal solidarity match का आयोजन किया जिसमें करीब 60000 से ज्यादा लोग सामिल हुए। जब ये रैली chudachandra pur के torbung से गुजर रही थी तब अलग अलग जगह पर meitei और kuki community के लोगों के बीच violence सुरु हो गया।

इन्होंने लोगों के घर, दुकान, गाड़ियों को जला दी और kuki community से एक BJP MLA पर हमला हुआ जिससे उनकी Driver की मत हो गई। इस violence के वजहे 60 लोगों की death हुआ और 1700 घर जल गया। 5 may तक लोगों को violence वाले जगह से निकला गया। 4 may मैं central government ने article 355 लागू कर दिया था पर इसके बाद भी violence लगातार बढ़ रहा हैं

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